दिल तो दिल जाँ निसार है तुम पर,
इस कदर एतबार है तुम पर ।
साँस चलती रहे या थम जाये,
सारा दारोमदार है तुम पर।
हाय, कमबख्त लब नही खुलते,
आँख तो बार -बार है तुम पर।
याद रखना भुला नही देना,
एक वादा उधार है तुम पर।
तू जो कह दे तो चैन से जी लूँ,
मेरा सब्रो-करार है त
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***sushil R tyagi
vadodara
gujarat**.
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